Chandan Hospital, Lucknow
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डायबिटिक पैर की देखभाल: रोकथाम और प्रबंधन

Information by Dr. Ritwiz Bihari

Category: general-health

डायबिटिक पैर की देखभाल के सुझाव और रोकथाम
डायबिटिक पैर की देखभाल: रोकथाम और प्रबंधन

डायबिटीज का पैर के स्वास्थ्य पर बड़ा प्रभाव पड़ता है, जिससे नसों को नुकसान (न्यूरोपैथी), रक्त संचार में कमी, और पैर में घाव बनने का जोखिम बढ़ जाता है। सही देखभाल से इन जटिलताओं को रोका जा सकता है। यहां डायबिटिक पैर की देखभाल के महत्व और व्यावहारिक सुझाव दिए गए हैं।

डायबिटिक पैर की देखभाल का महत्व

डायबिटीज नसों और रक्त वाहिकाओं को प्रभावित कर सकती है, जिससे सेंसेशन कम होना (न्यूरोपैथी), रक्त संचार में कमी, और घाव भरने में देर होती है। इससे ये समस्याएं हो सकती हैं:

  • पैर में अल्सर (खुला घाव)
  • संक्रमण
  • चारकोट फुट (हड्डियों का कमजोर होना)
  • गंभीर मामलों में अंग कटवाना।

नियमित देखभाल और निरीक्षण से इन जटिलताओं से बचा जा सकता है।

डायबिटिक पैर की देखभाल के व्यावहारिक सुझाव

  • दैनिक निरीक्षण: हर दिन पैरों में कट, फफोले, लालिमा, सूजन, कॉर्न, या संक्रमण के लक्षण देखें। यदि नीचे देखना मुश्किल हो तो शीशा या परिवार की मदद लें।
  • पैरों को साफ और सूखा रखें: गुनगुने पानी और माइल्ड साबुन से रोज धोएं। पानी की गर्मी कोहनी से जांचें। उंगलियों के बीच अच्छी तरह सुखाएं। मॉइस्चराइज़र लगाएं लेकिन उंगलियों के बीच न लगाएं।
  • नाखून सावधानी से काटें: नाखून सीधे काटें और कोनों को फाइल करें। बहुत छोटे या गोल न काटें। कठिनाई हो तो पॉडियाट्रिस्ट से मिलें।
  • उचित जूते पहनें: आरामदायक, चौड़े और सांस लेने योग्य जूते पहनें। टाइट, नुकीले या हाई हील से बचें। जूते के साथ मोज़े अवश्य पहनें।
  • पैरों की सुरक्षा: घर में भी जूते-मोज़े पहनें। जूतों को पहनने से पहले चेक करें कि उनमें कोई कंकड़ या कठोर चीज तो नहीं।
  • रक्त संचार बढ़ाएं: लंबे समय तक पैर पर पैर चढ़ाकर न बैठें। दिन में कई बार उंगलियों और टखनों को हिलाएं। टाइट मोज़े न पहनें।
  • ब्लड शुगर कंट्रोल: ब्लड शुगर लक्षित सीमा में रखें। इससे नसों की सुरक्षा और घाव भरने में मदद मिलती है।
  • धूम्रपान छोड़ें: धूम्रपान से रक्त संचार खराब होता है और घाव भरने में देर लगती है।
  • नियमित जांच: साल में कम से कम एक बार पैरों की जांच करवाएं। समस्या हो तो बार-बार जांचें।

कब डॉक्टर से सलाह लें

इन लक्षणों पर तुरंत डॉक्टर से मिलें:

  • पैर या टांगों में लगातार दर्द
  • लालिमा, सूजन, गर्माहट, या कोमलता
  • घाव, कट, फफोले, कॉर्न जो न भरें या संक्रमित लगें
  • नाखून में संक्रमण या अंदर घुसना
  • त्वचा का रंग बदलना (पीला, नीला, गहरा)
  • सुन होना, झनझनाहट, या जलन महसूस होना
  • पैदल चलने में कठिनाई या पैर का आकार बदलना

निष्कर्ष

डायबिटिक पैर की देखभाल जटिलताओं से बचाव और पैर के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। रोज़ की देखभाल, उचित जूते, ब्लड शुगर कंट्रोल, और समय पर डॉक्टर से सलाह लेकर आप स्वस्थ और सक्रिय जीवन जी सकते हैं। व्यक्तिगत सलाह के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क करें।